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यूँ तो अश्कों को मेरी....आँख से जाना होगा,
इश्क गर कश्ती है समंदर में तो आना होगा |
जाने क्यूँ कहता है...पत्थर मुझे चाहने वाला,
मैं तो किस्मत ही कहूँ...उसको बताना होगा |
___________हर्ष महाजन
यूँ तो अश्कों को मेरी....आँख से जाना होगा,
इश्क गर कश्ती है समंदर में तो आना होगा |
जाने क्यूँ कहता है...पत्थर मुझे चाहने वाला,
मैं तो किस्मत ही कहूँ...उसको बताना होगा |
___________हर्ष महाजन
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