...
मुझको बता दिल छलने वाले.......खो के मुझे क्यूँ रोया है,
हँसने वाले अब क्या जाने.............मुक़द्दर उसका सोया है |
फूल क्या जाने किस्मत अपनी चिता मिले या गला मिले,
नाकामी का सबब ही है ये..............पाकर जिसने खोया है |
हँसने वाले अब क्या जाने.............मुक़द्दर उसका सोया है |
फूल क्या जाने किस्मत अपनी चिता मिले या गला मिले,
नाकामी का सबब ही है ये..............पाकर जिसने खोया है |
_______________________हर्ष महाजन
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