Sunday, August 17, 2014

मुझको बता दिल छलने वाले खो के मुझे क्यूँ रोया है

...

मुझको बता दिल छलने वाले.......खो के मुझे क्यूँ रोया है,
हँसने वाले अब क्या जाने.............मुक़द्दर उसका सोया है |
फूल क्या जाने किस्मत अपनी चिता मिले या गला मिले,
नाकामी का सबब ही है ये..............पाकर जिसने खोया है | 

_______________________हर्ष महाजन

No comments:

Post a Comment