...
जब तसव्वुर में तुम बन ख्वाब इधर आओगी,
है यकीं मुझको मेरी....बन के जिगर आओगी |
गर यूँ भूले से कभी.....गैरों का चर्चा भी किया,
मेरी आँखों से तुम....बन अश्क उतर आओगी |
है यकीं मुझको मेरी....बन के जिगर आओगी |
गर यूँ भूले से कभी.....गैरों का चर्चा भी किया,
मेरी आँखों से तुम....बन अश्क उतर आओगी |
____________हर्ष महाजन
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