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तेरे नक्श-ए-क़दम पे चलें ये मेरी तदबीर नहीं
खुश नसीबी खुदा की देन है मेरी ताबीर नहीं ।
________________हर्ष महाजन ।
तदबीर=किस्मत
ताबीर=ख्वाब
तेरे नक्श-ए-क़दम पे चलें ये मेरी तदबीर नहीं
खुश नसीबी खुदा की देन है मेरी ताबीर नहीं ।
________________हर्ष महाजन ।
तदबीर=किस्मत
ताबीर=ख्वाब
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