कितना गुस्सा आया होगा,
जब बे-वफ़ा कहलाया होगा ।
कितने बदले होंगे यार उसने
जब खुद को तन्हा पाया होगा ।
भूलना तो चाहा पर भूला नहीं
पर गैरों में देख पछताया होगा ।
वफाओं पे यकीं नहीं है उसको
ज़रूर बुरी बला का साया होगा ।
कितने सवालात हैं पेशानी पे
दुश्मनों ने कितना तडपाया होगा ।
___________हर्ष महाजन
जब बे-वफ़ा कहलाया होगा ।
कितने बदले होंगे यार उसने
जब खुद को तन्हा पाया होगा ।
भूलना तो चाहा पर भूला नहीं
पर गैरों में देख पछताया होगा ।
वफाओं पे यकीं नहीं है उसको
ज़रूर बुरी बला का साया होगा ।
कितने सवालात हैं पेशानी पे
दुश्मनों ने कितना तडपाया होगा ।
___________हर्ष महाजन
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