अपने शहर में वो दिल्लगी का सौदा खूब किया करते हैं,
बे-वफायी भी बे-हिसाब और दिल तौड जिया करते हैं ।
बदल लिया करते हैं सब यार वहाँ तवायफों की मानिंद,
ज़िन्दगी बिन-उसूल और हुस्न बे-खौफ जिया करते हैं ।
__________________________ हर्ष महाजन
बे-वफायी भी बे-हिसाब और दिल तौड जिया करते हैं ।
बदल लिया करते हैं सब यार वहाँ तवायफों की मानिंद,
ज़िन्दगी बिन-उसूल और हुस्न बे-खौफ जिया करते हैं ।
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